ऐश्वर्या राय बच्चन ने 2025 के कान्स फिल्म फेस्टिवल में अपनी उपस्थिति से एक बार फिर पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा। इस बार, उन्होंने न केवल अपनी सुंदरता और शालीनता से सबको मंत्रमुग्ध किया, बल्कि भारतीय हथकरघा और सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत कर एक शक्तिशाली बयान भी दिया। मनीष मल्होत्रा द्वारा डिज़ाइन की गई एक शानदार हाथ से बुनी हुई बनारसी साड़ी और माथे पर लाल सिंदूर के साथ, ऐश्वर्या ने भारतीय परंपरा और आधुनिकता का एक अनूठा संगम प्रस्तुत किया। उनकी यह उपस्थिति न केवल फैशन की दुनिया में चर्चा का विषय बनी, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक संदेशों के साथ-साथ व्यक्तिगत और राष्ट्रीय भावनाओं को भी छू गई। इस लेख में हम ऐश्वर्या के इस ऐतिहासिक लम्हे, इसके पीछे की प्रेरणा, सांस्कृतिक महत्व, और इससे जुड़े तथ्यों का विस्तार से विश्लेषण करेंगे।
कान्स में ऐश्वर्या का ऐतिहासिक सफर
ऐश्वर्या राय बच्चन का कान्स फिल्म फेस्टिवल के साथ रिश्ता दो दशकों से भी अधिक पुराना है। 2002 में, वह पहली बार संजय लीला भंसाली की फिल्म देवदास के प्रीमियर के लिए कान्स पहुंची थीं। उस समय, शाहरुख खान और भंसाली के साथ एक घोड़ा-गाड़ी में उनकी भव्य एंट्री ने दुनियाभर में सुर्खियां बटोरी थीं। 2003 में, वह कान्स की जूरी में शामिल होने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री बनीं, जिसने भारतीय सिनेमा को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दी। तब से, ऐश्वर्या ने कान्स में कई यादगार उपस्थितियां दर्ज की हैं, जिनमें 2016 का वह बैंगनी लिपस्टिक लुक भी शामिल है, जिसने फैशन की दुनिया में एक नया ट्रेंड शुरू किया।
2025 में, ऐश्वर्या ने एक बार फिर अपने प्रशंसकों को आश्चर्यचकित किया। इस बार, उन्होंने मनीष मल्होत्रा द्वारा डिज़ाइन की गई एक हाथ से बुनी हुई कड़वा बनारसी साड़ी पहनी, जो भारतीय हथकरघा की समृद्ध परंपरा का प्रतीक थी। इस साड़ी को उन्होंने एक पारदर्शी टिश्यू दुपट्टे और मनीष मल्होत्रा ज्वैलरी लाइन के शाही रूबी सेट के साथ जोड़ा। उनके इस लुक को न केवल फैशन के दृष्टिकोण से सराहा गया, बल्कि इसे सांस्कृतिक और सामाजिक संदेशों के साथ भी जोड़ा गया।
बनारसी साड़ी: भारतीय हथकरघा की शान
ऐश्वर्या की साड़ी, जो बनारस के कारीगरों द्वारा बनाई गई थी, कड़वा तकनीक से तैयार की गई थी। यह तकनीक बनारसी साड़ियों की विशेषता है, जिसमें जटिल डिज़ाइन और ज़री का काम शामिल होता है। बनारस, जो भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक राजधानी माना जाता है, अपनी साड़ियों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। इन साड़ियों में सोने और चांदी के तारों का उपयोग किया जाता है, जो उन्हें एक शाही और पारंपरिक आकर्षण प्रदान करता है। ऐश्वर्या की साड़ी में आइवरी रंग के साथ गुलाबी सोने और चांदी की ज़री का काम था, जो इसे एक अनूठा और शानदार लुक दे रहा था।
मनीष मल्होत्रा ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में इस साड़ी को "क्लासिक व्हाइट हैंडलूम" करार दिया और ऐश्वर्या को "कान्स की ओजी इंडियन क्वीन" कहा। उनके इस बयान ने न केवल ऐश्वर्या की वैश्विक उपस्थिति को रेखांकित किया, बल्कि भारतीय हथकरघा की महत्ता को भी उजागर किया। बनारसी साड़ियां न केवल फैशन का हिस्सा हैं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत का एक अभिन्न अंग भी हैं। ऐश्वर्या का यह लुक भारतीय कारीगरों के कौशल को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने का एक शानदार प्रयास था।
सिंदूर: एक सांस्कृतिक और व्यक्तिगत बयान
ऐश्वर्या के इस लुक का सबसे चर्चित पहलू था उनके माथे पर लाल सिंदूर। हिंदू परंपरा में, सिंदूर विवाहित महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतीक है, जो उनके वैवाहिक जीवन और पति के प्रति समर्पण को दर्शाता है। ऐश्वर्या ने पहली बार कान्स के रेड कार्पेट पर सिंदूर लगाया, जिसने न केवल उनके प्रशंसकों को आश्चर्यचकित किया, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक चर्चाओं को भी जन्म दिया।
कई लोगों ने इसे एक व्यक्तिगत बयान के रूप में देखा, जो अभिषेक बच्चन के साथ उनकी शादी को लेकर चल रही तलाक की अफवाहों का जवाब था। 2024 में, ऐश्वर्या और अभिषेक की कम साझा सार्वजनिक उपस्थितियों और सोशल मीडिया पर उनकी गतिविधियों के कारण इन अफवाहों ने जोर पकड़ा था। हालांकि, ऐश्वर्या का सिंदूर लगाकर रेड कार्पेट पर उतरना एक मूक बयान था, जिसने इन अफवाहों को खारिज कर दिया। एक प्रशंसक ने सोशल मीडिया पर लिखा, "वह लाइमलाइट के लिए प्रतिस्पर्धा नहीं करती, लेकिन वह निश्चित रूप से सबसे शालीन तरीके से बोल्ड बयान देना जानती है। उनका सिंदूर सब कुछ कहता है।"
इसके अलावा, कुछ लोगों ने ऐश्वर्या के सिंदूर को हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर से जोड़ा, जो भारत द्वारा पाहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया एक सैन्य अभियान था। इस हमले में 26 नागरिकों की जान गई थी, और भारत ने 7-8 मई, 2025 को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे। ऐश्वर्या के सिंदूर को कुछ लोगों ने इस सैन्य अभियान के प्रति एक मूक समर्थन के रूप में देखा, हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई।
[](https://www.nytimes.com/2025/05/07/world/asia/india-operation-sindoor-name.html)ऑपरेशन सिंदूर और इसके सांस्कृतिक निहितार्थ
ऑपरेशन सिंदूर, जिसका नाम ऐश्वर्या के रेड कार्पेट लुक से जोड़ा गया, भारत की सैन्य कार्रवाई थी, जो 22 अप्रैल, 2025 को पाहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू की गई थी। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर हिंदू पर्यटक थे। भारतीय सेना ने 6-7 मई की रात को नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। इस अभियान में राफेल लड़ाकू विमानों, स्कैल्प मिसाइलों, और कामिकाज़ी ड्रोन्स का उपयोग किया गया था।
[](https://timesofindia.indiatimes.com/india/pm-modi-to-address-nation-tonight-at-8pm-after-ceasefire-understanding-with-pakistan-post-operation-sindoor/articleshow/121108238.cms)ऑपरेशन का नाम "सिंदूर" भारतीय संस्कृति में गहरे अर्थ रखता है। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस नाम का चयन उन महिलाओं के दुख को दर्शाने के लिए किया गया था, जिन्होंने पाहलगाम हमले में अपने पतियों को खोया था। सिंदूर, जो हिंदू विवाहित महिलाओं के लिए उनके पति के लंबे और स्वस्थ जीवन का प्रतीक है, इस संदर्भ में एक शक्तिशाली प्रतीक बन गया। ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य उन आतंकवादियों को दंडित करना था, जिन्होंने इस हमले को अंजाम दिया था, और यह भारत की आतंकवाद के खिलाफ कठोर नीति का प्रतीक था।
[](https://www.nytimes.com/2025/05/07/world/asia/india-operation-sindoor-name.html)ऐश्वर्या के कान्स में सिंदूर लगाने को कुछ लोगों ने इस ऑपरेशन के प्रति एक सांस्कृतिक और भावनात्मक समर्थन के रूप में देखा। हालांकि, ऐश्वर्या ने इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया, और यह केवल अनुमान ही रहा। फिर भी, उनके इस लुक ने न केवल फैशन की दुनिया में, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक चर्चाओं में भी एक गहरा प्रभाव छोड़ा।
भारत-पाकिस्तान तनाव और वैश्विक प्रतिक्रिया
पाहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद के ऑपरेशन सिंदूर ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को बढ़ा दिया। 8, 9 और 10 मई को पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों पर जवाबी हमले करने की कोशिश की, जिसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों, जैसे रफीकी, मुरिद, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर, और चुनियां पर हमले किए। इन हमलों में पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ, जिसमें 20% वायुसेना बुनियादी ढांचे और 50 से अधिक सैन्य कर्मियों की मौत शामिल थी।
[](https://indianexpress.com/article/india/details-of-pak-losses-emerge-20-of-paf-infra-several-warjets-officer-among-50-killed-10002083/)इस तनाव के बीच, 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच एक युद्धविराम समझौता हुआ, जिसके बाद स्थिति शांत हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई को राष्ट्र को संबोधित करते हुए ऑपरेशन सिंदूर को आतंकवाद के खिलाफ भारत की कठोर नीति का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, "जहां से गोली चलेगी, वहां से गोला चलेगा।"
[](https://www.ndtv.com/india-news/operation-sindoor-india-pakistan-tension-prime-minister-narendra-modis-strong-message-to-army-on-pakistan-escalation-8388494)ऐश्वर्या का कान्स में सिंदूर लगाना इस पृष्ठभूमि में और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। हालांकि, यह कहना मुश्किल है कि उनका यह कदम ऑपरेशन सिंदूर से प्रेरित था या केवल एक व्यक्तिगत पसंद। फिर भी, इसने भारतीय संस्कृति और राष्ट्रीय भावनाओं को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ऐश्वर्या और अभिषेक: तलाक की अफवाहों का अंत
ऐश्वर्या और अभिषेक बच्चन की शादी 2007 में हुई थी, और तब से यह जोड़ा बॉलीवुड का एक पावर कपल रहा है। हालांकि, 2024 में, उनकी शादी को लेकर कई अफवाहें उड़ीं, खासकर तब जब दोनों को कम ही एक साथ देखा गया। सोशल मीडिया पर उनकी गतिविधियों और कुछ पारिवारिक आयोजनों में अभिषेक की अनुपस्थिति ने इन अफवाहों को और हवा दी।
ऐश्वर्या का कान्स में सिंदूर के साथ उपस्थित होना इन अफवाहों का एक शालीन जवाब था। उनके इस लुक ने न केवल उनके प्रशंसकों को आश्वस्त किया, बल्कि यह भी दिखाया कि वह अपनी निजी जिंदगी को लेकर कितनी आत्मविश्वास से भरी हैं। एक प्रशंसक ने लिखा, "ऐश्वर्या ने बिना कुछ कहे, सब कुछ कह दिया। उनका सिंदूर और साड़ी का लुक उन सभी अफवाहों का जवाब है।"
इसके अलावा, हाल ही में एक वायरल वीडियो में ऐश्वर्या, अभिषेक, और उनकी बेटी आराध्या को एक शादी में "काजरा रे" गाने पर थिरकते देखा गया। इस वीडियो ने प्रशंसकों को और भी आश्वस्त किया कि इस जोड़े के बीच सब कुछ ठीक है।
ऐश्वर्या का दूसरा लुक: गौरव गुप्ता का मास्टरपीस
कान्स 2025 में ऐश्वर्या का दूसरा लुक भी उतना ही चर्चित रहा। इस बार, उन्होंने डिज़ाइनर गौरव गुप्ता द्वारा बनाया गया एक काला मखमली गाउन पहना, जिसके साथ एक चांदी के बनारसी ब्रोकेड केप थी। इस केप पर भगवद् गीता का एक संस्कृत श्लोक लिखा था, जिसने इस लुक को और भी खास बना दिया। गौरव गुप्ता ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में बताया कि यह केप बनारस में हथकरघा पर बनाया गया था, और यह भारतीय कारीगरी और आध्यात्मिकता का एक शानदार संगम था।
ऐश्वर्या का यह लुक उनके पहले लुक से बिल्कुल अलग था, लेकिन इसमें भी भारतीयता की झलक थी। काले गाउन में सिल्वर सितारों की कढ़ाई और लंबा ट्रेन वाला केप उन्हें एक आधुनिक, फिर भी पारंपरिक लुक दे रहा था। इस लुक के साथ उनकी लाल लिपस्टिक और खुले, लहराते बालों ने उनकी खूबसूरती को और निखारा।
हालांकि, इस लुक के दौरान एक छोटा सा वाकया हुआ, जब डेम हेलेन मिरेन ने गलती से ऐश्वर्या के केप पर पैर रख दिया। लेकिन ऐश्वर्या ने इस स्थिति को अपनी शालीनता और आत्मविश्वास के साथ संभाला, जिसकी सोशल मीडिया पर खूब तारीफ हुई।
[](https://timesofindia.indiatimes.com/entertainment/hindi/bollywood/news/aishwarya-rai-bachchan-handles-wardrobe-mishap-with-grace-as-helen-mirren-steps-on-her-cape-at-cannes-2025/articleshow/121347819.cms)ऐश्वर्या का सिनेमाई योगदान और कान्स में भूमिका
ऐश्वर्या न केवल एक फैशन आइकन हैं, बल्कि एक प्रतिभाशाली अभिनेत्री भी हैं। उनकी हालिया फिल्म, मणिरत्नम की पोन्नियिन सेल्वन सीरीज़, जिसमें उन्होंने नंदिनी का किरदार निभाया, को दर्शकों और समीक्षकों से खूब सराहना मिली। इस ऐतिहासिक महाकाव्य ने उनकी अभिनय क्षमता और स्क्रीन उपस्थिति को एक बार फिर साबित किया।
कान्स में, ऐश्वर्या लंबे समय से लोरियल पेरिस की ब्रांड एंबेसडर रही हैं, और उनकी उपस्थिति इस ब्रांड के लिए भी महत्वपूर्ण रही है। 2025 में, उनकी बेटी आराध्या भी उनके साथ रेड कार्पेट पर नज़र आई, जिसने इस मां-बेटी की जोड़ी को और भी खास बना दिया।
निष्कर्ष
ऐश्वर्या राय बच्चन का कान्स 2025 में प्रदर्शन भारतीय संस्कृति, कारीगरी, और शालीनता का एक शानदार प्रदर्शन था। उनकी बनारसी साड़ी और सिंदूर ने न केवल फैशन की दुनिया में एक नया मानक स्थापित किया, बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक, और व्यक्तिगत संदेशों को भी प्रभावी ढंग से व्यक्त किया। चाहे वह तलाक की अफवाहों का जवाब हो या ऑपरेशन सिंदूर के प्रति एक मूक समर्थन, ऐश्वर्या ने दिखाया कि वह बिना शब्दों के भी बहुत कुछ कह सकती हैं।
उनका यह लम्हा न केवल उनके प्रशंसकों के लिए, बल्कि भारतीय सिनेमा और संस्कृति के लिए भी गर्व का विषय है। कान्स जैसे वैश्विक मंच पर भारतीय हथकरघा और परंपराओं को प्रस्तुत कर, ऐश्वर्या ने एक बार फिर साबित किया कि वह न केवल भारत की, बल्कि विश्व की एक सच्ची रानी हैं।
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